Kolkata Tourist Places List: कोलकाता में घूमने की जगह

कोलकाता में घूमने की जगह: कलकत्ता कोलकाता का पुराना नाम था, जो हुगली नदी के पूर्वी तट पर स्थित है। बंगाल के नवाब सिराज-उद-दौला ने 1756 में कोलकाता पर हमला किया और कलकत्ता पर कब्ज़ा कर लिया। और अंततः, 1757 में, रॉबर्ट क्लाइव ने युद्ध में सिराजुद्दौला पर विजय प्राप्त की और खुद को कोलकाता के शासक के रूप में नियुक्त किया। भारत के पहले गवर्नर-जनरल, वॉरेन हेस्टिंग्स ने कलकत्ता को सर्वोच्च राजस्व प्रशासन और अदालतों के स्थान के रूप में नामित किया था, और 1772 में इसे ब्रिटिश भारत की राजधानी के रूप में नामित किया गया था। उसके बाद, कलकत्ता ने सभी महत्वपूर्ण कार्यालयों के स्थान के रूप में मुर्शिदाबाद का स्थान ले लिया। 1912 तक भारत की राजधानी कलकत्ता थी, जब ब्रिटिश शासन के तहत दिल्ली ने देश की राजधानी के रूप में कार्यभार संभाला। 1947 में भारत की आजादी और पाकिस्तान और भारत के बीच देश के विभाजन के बाद, कलकत्ता को भारत में शामिल किया गया और बाद में पश्चिम बंगाल की राज्य राजधानी के रूप में नामित किया गया।

कोलकाता जाने का सही समय

मौसम: कोलकाता का मौसम वर्षा के महीनों में तेज़ होता है, खासकर जून से सितंबर तक। अगर आप शानदार मौसम का आनंद लेना चाहते हैं, तो तिमाही मौसम (अक्टूबर से मार्च) एक अच्छा समय हो सकता है।
पूजा उत्सव: कोलकाता में दुर्गा पूजा एक महत्वपूर्ण उत्सव है और यह समय है जब शहर में बहुत ही उत्साहभरी आत्मस्पर्श होता है। इस उत्सव के दौरान कोलकाता भर में रंग-बिरंगे पंडाल्स और सोने की दुल्हनियों का दृश्य होता है।
शहर की रुचि: कोलकाता एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक शहर है जिसमें अनेक पर्यटन स्थल हैं। इसे देखने के लिए सही समय का चयन करने से पहले आपको यह देखना चाहिए कि आप किस प्रकार के गतिविधियों में रुचि रखते हैं।
विविधता: कोलकाता की विविधता को देखने के लिए आप शहर के विभिन्न क्षेत्रों का अन्वेषण कर सकते हैं। यह सही समय पर आने के लिए शहर के समृद्धि, सांस्कृतिक और कला आयाम को समझने में मदद करेगा।

कोलकाता में घूमने की 10 जगह

विक्टोरिया मेमोरियल (Victoria Memorial): यह भव्य स्मारक कोलकाता का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो ब्रिटिश साम्राज्य के दौरान बना था।
बेलूर मठ (Belur Math): रामकृष्ण परमहंस की आश्रम शैली में बना हुआ यह मठ एक आध्यात्मिक स्थल है और शानदार वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
इंडियन म्यूज़ियम (Indian Museum): यह भारत के सबसे पुराने म्यूज़ियमों में से एक है और विभिन्न कला और सांस्कृतिक आदियों का संग्रह करता है।
दक्षिनेश्वर काली मंदिर (Dakshineswar Kali Temple): यह मंदिर मां काली की श्रद्धालुओं के बीच लोकप्रिय है और विशेष रूप से रात्रि में चमकता है।
इंडिया गेट (India Gate): यह एक शानदार उद्यान है जिसमें भारतीय सेना के शहीदों की याद में बना गया है।
मैदान (The Maidan): यह एक बड़ा मैदान है जो शहर के हृदय में स्थित है और यहां पिकनिक, खेल और घुड़दौड़ का आनंद लिया जा सकता है।
कलीघाट (Kalighat): यहां काली मंदिर स्थित है जो कोलकाता का सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है।
पार्क स्ट्रीट (Park Street): यह शहर का मुख्य व्यापारिक और मनोरंजन क्षेत्र है, जिसमें बड़े होटल, रेस्तरां, और शॉप्स हैं।
नूबूटा (New Market): यह शहर का प्रमुख बाजार है और यहां आपको विभिन्न आइटम्स खरीदने का अवसर मिलता है।
बोटानिकल गार्डन (Botanical Garden): यह एक हरितालिका से भरपूर उद्यान है जो विभिन्न प्रजातियों के पौधों का संरक्षण करता है।

1.  विक्टोरिया मेमोरियल

विक्टोरिया मेमोरियल, भारत के कोलकाता शहर में स्थित एक प्रमुख स्मारक है जो ब्रिटिश शासन के समय की ज़बानी है। यह अद्वितीय भव्य इमारत व्याक्तिगत और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, जो 20वीं सदी की प्रारंभिक दशकों में कमीशन की गई थी। 1887 में रचित इस स्मारक का निर्माण सिर राजा कृष्णमेनन और भारतीय साम्राज्य के प्रधानमंत्री लॉर्ड कर्जन के संरचनात्मक नेतृत्व में हुआ था। यह मेमोरियल भारतीय राजा-महारानी को आदर्श में रखता है और इसमें विशाल सुप्रीम कोर्ट, प्रशासनिक दफ्तर, और अन्य कला और ऐतिहासिक समाग्री है। मेमोरियल की वास्तुकला ब्रिटिश राजवंश की शैली का प्रतीक है, और इसमें मर्बल से बनी अलग-अलग स्तूप, बुद्धिमत्ता की मूर्तियाँ, और फव्वारे शामिल हैं। यहां प्रतिष्ठानित बगीचा और नीले जलधाराओं के साथ युक्त एक बड़ा सामंजस्यपूर्ण तालाब भी है, जो इसे शानदार बनाता है। विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो समृद्धि, सांस्कृतिक धरोहर, और ऐतिहासिक गौरव का प्रतीक है।

Victoria_Memorial Kolkata

2.  बेलूर मठ

बेलूर मठ, भारत के कोलकाता शहर में स्थित एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक स्थल है जो रामकृष्ण परमहंस द्वारा स्थापित किया गया था। यह मठ उनके शिष्य स्वामी विवेकानंद द्वारा संचालित होता है और भारतीय समाज को धार्मिकता, तत्त्वशास्त्र, और सेवा के मूल्यों की शिक्षा देता है। मठ का निर्माण 1938 में पूर्ण हुआ था और यह हिन्दू संत रामकृष्ण परमहंस की शिक्षाओं को बनाए रखने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था। मठ का वातावरण शांतिपूर्ण और ध्यान के लिए अनुकूल है, जो यात्री और आध्यात्मिक अनुयायियों को आकर्षित करता है। बेलूर मठ में एक मुख्य मंदिर है जिसमें रामकृष्ण परमहंस की मूर्ति स्थित है। यहां के सांस्कृतिक केंद्रों में वेदांत, योग, और धार्मिक साहित्य पर अध्ययन करने का अवसर मिलता है। आराधना, सेवा, और विद्यार्थी जीवन को समर्पित करने का स्थान होने के कारण बेलूर मठ एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो आध्यात्मिक और सामाजिक सांस्कृतिक सेवा की उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है।

Belur_Math

3.  इंडियन म्यूज़ियम

इंडियन म्यूज़ियम, कोलकाता, भारत का एक प्रमुख सांस्कृतिक संग्रहालय है जो शहर के सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करता है। यह संग्रहालय 1814 में स्थापित हुआ था और भारतीय सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित करने, प्रमोट करने और प्रस्तुत करने का मिशन रखता है। इस संग्रहालय में दर्शकों को भारतीय कला, साहित्य, ऐतिहासिक वस्तुएँ, भूगोल, और विज्ञान के विभिन्न पहलुओं का ज्ञान होता है। यहां के संग्रह विभिन्न युगों, साम्राज्यों, और क्षेत्रों से लाए गए और प्रदर्शित किए जाए रहे आइटम्स का एक बड़ा संग्रह है। इंडियन म्यूज़ियम की इमारत भी स्वतंत्रता से पहले की दिनों के विशेष रूप से उजागर होती है और यह एक स्थानीय और ऐतिहासिक महत्व की चित्रणी है। संग्रहालय का वातावरण शिक्षात्मक है और इसे यात्री, शोधकर्ता, और रूचि रखने वाले लोगों के लिए आकर्षक बनाता है। इंडियन म्यूज़ियम, कोलकाता, एक सांस्कृतिक सौंदर्य और ज्ञान का अद्वितीय स्थल है जो भारतीय इतिहास और सांस्कृतिकता को समृद्धि से प्रस्तुत करता है।

Indian Museum Kolkata

4.  दक्षिनेश्वर काली मंदिर

दक्षिणेश्वर काली मंदिर, कोलकाता, भारत, मां काली की पूजा के लिए प्रसिद्ध है और एक प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थल है। यह मंदिर नदी हुगली के किनारे स्थित है और उसका निर्माण 1855 में महारानी रासमोंदोले देवी द्वारा किया गया था। मंदिर का स्थान पुराणों में बताए गए दक्ष प्रजापति के यज्ञ स्थल के रूप में भी उल्लेखित है। मां काली की पूजा में भक्तों के लिए यह स्थान अत्यंत पवित्र माना जाता है और विभिन्न धार्मिक आयोजनों का केंद्र बना हुआ है। मंदिर की सुंदर सांस्कृतिक वास्तुकला और सोने की भव्य मूर्तियों के लिए यह विख्यात है। मां काली की मूर्ति यहां प्रतिष्ठित है, जो भक्तों को आकर्षित करती है। मंदिर के पास ही एक विशेष गौरी माता का मंदिर है, जहां उन्हें ‘बवानी’ भी कहा जाता है। मां काली के इस प्रमुख श्रृंगार स्थल के रूप में, दक्षिनेश्वर काली मंदिर भारतीय सांस्कृतिक एवं धार्मिक विविधता का प्रतीक है और विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान भक्तों के लिए आत्मा संबोधन का केंद्र बन जाता है।

Dakhineshwar_Temple

5.  बोटानिकल गार्डन

बोटानिकल गार्डन, कोलकाता, भारत का एक प्रमुख प्राकृतिक और वन्यजन्तु अध्ययन केंद्र है, जो शहर की हिरण्यमयी हरियाली में एक सुंदर स्थल है। इसकी स्थापना 1787 में सिर रॉबर्ट क्यून, ब्रिटिश भूमि-सूची अधिकारी द्वारा की गई थी। बोटानिकल गार्डन में विशेष रूप से भारतीय औषधीय पौधों का विस्तृत संग्रह है जो चिकित्सा विज्ञानों में रूपरेखा के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें विभिन्न प्रजातियों के पौधों, फूलों, और वृक्षों का विवरण किया गया है, जिससे यह एक शिक्षात्मक स्थल बन गया है। गार्डन में बड़े क्षेत्र में फैले विभिन्न बाग, वृक्षारोहण, जल बौद्धिकीय स्थल, और एक महासागर भी हैं जो यहां के सुंदर वातावरण को बढ़ाते हैं। बोटानिकल गार्डन ने अपने अनुसंधान और शिक्षा कार्यों के माध्यम से प्राकृतिक संरक्षण के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह आधुनिक भारत के प्रशासनिक, औद्योगिक, और औद्योगिकीय विकास में एक उत्कृष्ट संस्थान बन गया है जो अपनी सुंदरता, शिक्षा, और प्राकृतिक संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है।

Kolkata_botanical_garden

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