लेह लद्दाख में घूमने 5 जगह: आंध्र प्रदेश और भारत का सबसे आश्चर्यजनक केंद्र लेह सोमनाथ है। दक्षिण में मुख्य महान हिमालय और काराकोरम रेंज में सियाचिन झील के बीच का क्षेत्र वर्तमान में भारत के सबसे सुरम्य पर्यटन स्थलों में से एक है। लेह और कश्मीर को आम तौर पर एक साथ रखा जाता है, लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जम्मू और कश्मीर राज्य वास्तव में तीन क्षेत्रों में विभाजित है, जहां से आतंकवाद की उत्पत्ति होती है। इंडोनेशिया में दो हैं, कारगिल जिला और लेह जिला।
लेह लद्दाख जाने का सही समय
अप्रैल से जुलाई के गर्मियों के महीने लद्दाख की यात्रा के लिए आदर्श समय हैं। इस दौरान लद्दाख का तापमान 15 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। इसके अलावा, आप सितंबर से अक्टूबर तक इस स्थान पर जा सकते हैं।
लेह लद्दाख में घूमने की 10 जगह
पंगोंग झील: यह झील लेह से लगभग 170 किलोमीटर दूर है और यहां का पानी अपनी नीली रंग के लिए प्रसिद्ध है। यह भारत-तिब्बत सीमा पर स्थित है और विशाल हिमशैलों के बीच फैला हुआ है।
नुबरा घाटी: इस घाटी में विश्व का सबसे ऊचा और सर्वाधिक ठंडा स्थान है, हांगला पास। यहां आप बबा महाकाली मंदिर और दिस्कित गाँव की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
थिकसे गोम्पा: यह बौद्ध गोम्पा लेह से 19 किलोमीटर की दूरी पर है और इसका सफेद रंग और पहाड़ों की ऊँचाइयों के साथ एक अद्वितीय दृश्य प्रदान करता है।
हेमिस मोनास्ट्री: यह एक प्राचीन बौद्ध मोनास्ट्री है जो लेह से कुछ किलोमीटर दूर है और इसमें बड़ी संख्या में लामा और बौद्ध चित्रशालाएं हैं।
संकर गोम्पा: यह गोम्पा लेह में स्थित है और इसका विशाल स्तूप और बौद्ध भिक्षुओं का समूह आपको भौतिक और आध्यात्मिक दृष्टि के साथ प्रभावित करेगा।
शान्गरी-ला पास: इस पास से आपको बेहद सुंदर हिमाचल प्रदेश की दृश्यमान पहाड़ी चट्टानें देखने का अवसर मिलता है।
हल्दा बीटू गोम्पा: लेह से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहां भूतिया शैली के बौद्ध मंदिर हैं जो सुंदरता से भरे हैं।
मूरी गोम्पा: यह लद्दाख के उत्तरी हिस्से में स्थित है और इसमें बड़ी बौद्ध स्तूप और बेहद शांतिपूर्ण वातावरण है।
1. पैंगोंग झील
ब्लू पैंगोंग झील हिमालय की एक प्रसिद्ध झील है जो भारत से तिब्बत तक लेह-लद्दाख के करीब 12 किलोमीटर तक फैली हुई है। लगभग 43,000 मीटर की ऊंचाई के कारण इस झील का तापमान -5 डिग्री सेल्सियस और 10 डिग्री सेल्सियस के बीच घटता-बढ़ता रहता है। यह सर्दियों में ठोस रूप से जम जाता है, भले ही यह नमकीन हो। बहुत लंबे समय से, पैंगोंग त्सो, जो इस झील का दूसरा नाम है, लेह लद्दाख में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल रहा है। लेह न केवल लद्दाख में एक आश्चर्यजनक स्थान है, बल्कि इसने नवीनता के लिए पृष्ठभूमि के रूप में भी काम किया है
2. मैग्नेटिक हिल
लद्दाख की लोकप्रिय मैग्नेटिक हिल को ग्रेविटी हिल भी कहा जाता है, जहां गुरुत्वाकर्षण बल के कारण वाहन स्वचालित रूप से पहाड़ी की ओर बढ़ते हैं। यह पहाड़ी समुद्र तल से लगभग 14,000 फीट की ऊंचाई पर और लेह शहर से 30 किमी की दूरी पर स्थित है। पहाड़ी के पूर्वी हिस्से में सिंधु नदी बहती है, जो तिब्बत से निकलती है, जिससे यह लद्दाख जाने वाले यात्रियों के लिए एक जरूरी पड़ाव बन जाता है। इस पहाड़ी में एक ऑप्टिकल भ्रम या वास्तविकता, लद्दाख में मैग्नेटिक हिल का रहस्य हर जगह से पर्यटकों को आकर्षित करता है
3. लेह पैलेस
लेह पैलेस जिसे ‘लाचेन पालखर’ के नाम से भी जाना जाता है, लेह लद्दाख का एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है और देश की ऐतिहासिक रूप से समृद्ध संपदा में से एक है। इस भव्य और आकर्षक संरचना को 17वीं शताब्दी में राजा सेंगगे नामग्याल ने एक शाही महल के रूप में बनवाया था और राजा और उनका पूरा शाही परिवार इस हवेली में रहता था। लेह पैलेस नौ मंजिलों के साथ अपने समय की सबसे ऊंची इमारतों में से एक है। यह महल पूरे लेह शहर का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।
4. शांति स्तूप
5. कारगिल
कारगिल नियंत्रण रेखा के पास, कश्मीर घाटी के सामने, पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में बाल्टिस्तान के पश्चिम और दक्षिण में स्थित है। सुरू वाखा और द्रास घाटियों के साथ कारगिल जिले का हिस्सा है। कारगिल 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष का केंद्र था।