लखनऊ में घूमने की जगह: लखनऊ, जिसे “नवाबों का शहर” और “कबाबों का शहर” भी कहा जाता है, अपनी वास्तुकला, संस्कृति और साहित्य के लिए प्रसिद्ध है। गोमती नदी के तट पर स्थित, लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। अपने कई दर्शनीय स्थलों के साथ, लखनऊ एक ऐसा शहर है जो आगंतुकों के चेहरे पर मुस्कान लाने में कभी असफल नहीं होता। अपने संग्रहालयों और समृद्ध औपनिवेशिक अतीत के साथ, यह शहर एक समकालीन महानगर की सुंदरता और न्यूनतावाद का उदाहरण प्रस्तुत करता है।
नया लखनऊ कई संस्कृतियों के लोगों का घर है और चौड़ी सड़कों, शॉपिंग सेंटरों और पार्कों से भरा है। पुराना लखनऊ थोक आभूषण दुकानों के अलावा कबाब, बिरयानी दुकानों और लखनवी चिकन मार्केट बाजार के साथ अपनी व्यस्त, जीवंत गलियों के लिए जाना जाता था। इसका निर्माण योजना बनाकर किया गया है.
लखनऊ घूमने का सही समय
सर्दी के महीने (नवंबर से फरवरी): यह ठंडक के मौसम का समय है, जब लखनऊ में अच्छा मौसम रहता है। ठंडे मौसम में आप शहर के पारिक्रमिक स्थलों, ऐतिहासिक स्थलों, और बाग-बगिचों का आनंद ले सकते हैं।
होली (मार्च): लखनऊ में होली का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। अगर आप रंग-बिरंगे त्योहारों का आनंद लेना चाहते हैं, तो होली के समय यहां जाना एक अच्छा विचार हो सकता है।
गर्मी के महीने (मार्च से जून): अगर आप गर्मी के मौसम के शौकीन हैं, तो यह समय भी ठीक रह सकता है। हालांकि, यह मौसम थोड़ा गरम हो सकता है, और आपको अच्छे से प्रकाशित रहने के लिए अपनी योजना बनानी चाहिए।
मानसून (जुलाई से सितंबर): लखनऊ में मानसून का समय ठंडा और हरित होता है, लेकिन बारिश की वजह से यात्रा करना कठिन हो सकता है। अगर आप शांति और ताजगी के साथ बारिश का मौसम आनंद लेना चाहते हैं, तो यह समय ठीक हो सकता है।
लखनऊ में घूमने लायक 10 जगहें
बड़ा इमामबाड़ (Bara Imambara): बड़ा इमामबाड़ लखनऊ का एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है और नवाब असफ़-उद-दौला द्वारा बनवाया गया था। इसमें भूलभुलैया नामक एक विशेषता भी है, जो लोगों को चौंका देती है।
रूमी दरवाजा (Rumi Darwaza): यह दरवाजा लखनऊ का प्रतीक है और इसे तुर्की के सूफी संत रूमी की श्रद्धांजलि के रूप में बनाया गया है।
चोटीचरा टाल (Chota Imambara): यह एक और ऐतिहासिक मकबरा है और इसमें नवाबों की कब्रें और एक छोटा सा झील शामिल हैं।
भूलभुलैया (Bhool Bhulaiya): इसे बड़ा इमामबाड़ के तहत एक हिस्सा माना जाता है, और यह एक भूलभुलैया है जिसमें लोग आसानी से भटक सकते हैं।
रेशमबाग (Residency): रेशमबाग एक ऐतिहासिक स्थल है जो ब्रिटिश शासनकाल में बनाया गया था और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय का साक्षात्कार करने के लिए महत्वपूर्ण है।
जामा मस्जिद (Jama Masjid): लखनऊ की इस मस्जिद को नवाब शाह जहाँ के द्वारा बनवाया गया था और इसमें विशाल दोमेस्टिक और एक शानदार कब्र स्थल है।
हजरतगंज मार्केट: लखनऊ का यह बाजार शॉपिंग के लिए प्रसिद्ध है और यहां आप विभिन्न वस्त्र, आभूषण, और स्थानीय शिल्पकला का आनंद ले सकते हैं।
हजरतगंज रेल्वे स्टेशन: यह स्टेशन विश्व स्तरीय और आर्किटेक्चर की दृष्टि से भी दिलचस्प है।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान: इस प्रतिष्ठान में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय के निर्माण के लिए प्रयुक्त उपकरणों का प्रदर्शन है।
साफीबाग (Safed Baradari): यह भी एक ऐतिहासिक स्थल है जो अकबर के समय से है और एक सुंदर बाग और बारादरी सहित अन्य स्थलों का एक समृद्ध एकीकरण प्रदान करता है।
1. बड़ा इमामबाड़ा
लखनऊ के सबसे प्रसिद्ध स्मारकों में से एक है बड़ा इमामबाड़ा। मुसलमानों के लिए, यह स्मारक – जिसका नाम लखनऊ के नवाब के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने इसे बनवाया था – पूजा का एक महत्वपूर्ण स्थल है। मुहर्रम का धार्मिक अवकाश मनाने के लिए हर साल कई लोग यहां इकट्ठा होते हैं।
2. हजरतगंज मार्केट
हजरतगंज मार्केट, लखनऊ का सबसे प्रमुख शॉपिंग जगहों में से एक है, जो अपनी विविधता और आत्मविशेषता के लिए प्रसिद्ध है। यह बाजार लखनऊ की शानदार नगरी का हिस्सा है और विभिन्न वस्त्र, आभूषण, और स्थानीय शिल्पकला का एक अद्वितीय संगम है।
हजरतगंज मार्केट में आपको शॉपिंग के लिए शानदार विकल्प मिलते हैं और यहां के दुकानें आपको लखनऊ की स्थानीय सामग्री, चिकनकारी का काम, और बाजार की रौंगतों से भरपूर चीजें प्रदान करती हैं। इसके अलावा, यहां के खाद्य स्थल और रेस्तरां भी आपको स्थानीय और विभिन्न भोजन स्वादिष्टता का अनुभव कराएंगे।
3. दिलकुशा कोठी
मूल रूप से एक शिकार लॉज, दिलकुशा कोठी को ग्रीष्मकालीन महल में बदल दिया गया था। महल के केवल कुछ टावर और दीवारें ही सही स्थिति में हैं, जिन पर प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई बड़े प्रभाव पड़े थे। मेजर गोर ने 1800 में बारोक शैली में महल का निर्माण कराया था।
4. हुसैनाबाद क्लॉक टॉवर
हुसैनाबाद क्लॉक टॉवर, लखनऊ का एक प्रमुख संदर्भ स्थल है, जो शहर के सुदूर उत्तर-पश्चिम में स्थित है। इस गण्डा गंज (Ganj) क्षेत्र का हिस्सा होने के बावजूद, यह टॉवर शहर की स्वर्णिम रूपरेखा का हिस्सा है और स्थानीय लोगों के लिए एक प्रमुख नईनीति बिंदु है।
हुसैनाबाद क्लॉक टॉवर का निर्माण नवाब नसीरुद्दीन हैदर द्वारा 1881 में किया गया था। इसकी ऊचाई और सुंदरता से युक्त शैली इसे एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल बनाती है। टॉवर में एक घड़ी है, जो अपने स्थानीय रूपरेखा के साथ शहर के लिए सामयिक संज्ञान दिखाती है। यह एक सुंदर स्थल है जहां आप शांति और ऐतिहासिक वातावरण का आनंद ले सकते हैं।
5. चंद्रिका देवी मंदिर
आशियाना लखनऊ में स्थित चंद्रिका देवी मंदिर लखनऊ के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। चंद्रिका देवी मंदिर हिंदू देवी चंडी का सम्मान करता है, जो सरस्वती, काली और लक्ष्मी का मिश्रण हैं। इस मंदिर के मैदान में एक तालाब भी है जिसमें एक शिव प्रतिमा स्थित है। आपको इस मंदिर में दिन में जल्दी ही जाना चाहिए क्योंकि यहां हर दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।